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Gharigh Duaa (the Akhar al-Zaman में संदेह और पथभ्रष्ट से बचाने के लिए)Abdullah bin Sinan quotes from इमाम जाफ़र इब्न मुहम्मद अल-सादिक़ (अलैही-सलाम): जल्द ही एक संदेह आपके सामने आएगा (सभी) जिसमें आपके पास न तो स्पष्ट स्पष्ट संकेत है और न ही मार्गदर्शन का नेता है और कोई भी इससे नहीं बचा है unless he recites the Gharigh Duaa, मैंने कहा: Gharigh Duaa कैसी है? इमाम जाफ़र इब्न मुहम्मद अल-सादिक़ (अलैही-सलाम) कहा: तुम कहो: «يَا اللَّهُ يَا رَحْمَانُ يَا رَحِيمُ يَا مُقَلِّبَ الْقُلُوبِ ثَبِّتْ قَلْبِي عَلَى دِينِكَ», और मैंने यह भी कहा:«يَا اللَّهُ يَا رَحْمَانُ يَا رَحِيمُ يَا مُقَلِّبَ الْقُلُوبِ وَ الْأَبْصَارِ ثَبِّتْ قَلْبِي عَلَى دِينِكَ», इमाम जाफ़र इब्न मुहम्मद अल-सादिक़ (अलैही-सलाम) कहा: Allah Almighty is the «مُقَلِّبَ الْقُلُوبِ وَ الْأَبْصَارِ », लेकिन जैसा मैंने कहा, कहो: «يَا مُقَلِّبَ الْقُلُوبِ ثَبِّتْ قَلْبِي عَلَى دِينِكَ».
يٰا اللّٰهُ يٰا رَحْمٰانُ يٰا رَحٖيمُ يٰا مُقَلِّبَ الْقُلُوبِ ثَبِّتْ قَلْبٖي عَلٰى دٖينِكَ
O Allah, O Merciful, O Forgiver, O One Who turner(transforms) hearts! make(Keep) my heart firm on your religion(deen)
Allahu Akbarइमाम जाफ़र इब्न मुहम्मद अल-सादिक़ (अलैही-सलाम)हुज्जत अल्लाह इब्न अल-हसन इमाम अल-महदी (Ajal allahu ta'ala farajaho shareef)नमाज़ का समय (अधान)